फिराक में तेरे लगता है कि घर खाली है
फिराक में तेरे लगता है कि घर खाली है
1 min
376
फिराक में तेरे लगता है कि घर खाली है।
करूं इजहार तो जज्बात की पामाली है।
तुझको दुनिया की निगाहों से बचा कर रख लूं।
तुम चले आओ मेरे दिल का मकां खाली है।
तेरी आंखों में शरारत है तू महबूबा है।
मेरी हमदम मेरी हमराज़ मेरी घरवाली है।
मुद्दतों दिल को संभाला है सगीर उसके लिए।
तब कहीं जाके मुहब्बत की नज़र डाली है।