नमस्कार, मित्रों प्रस्तुत है मेरी गज़ल, पढ़ें व प्रतिक्रिया से अवगत करायें। धन्यवाद ! नमस्कार, मित्रों प्रस्तुत है मेरी गज़ल, पढ़ें व प्रतिक्रिया से अवगत करायें। धन्य...
ग़ज़ल ग़ज़ल
मेरी पहली हिंदी ग़ज़ल (१९८०) यहाँ मौत ही ज़िन्दगी का सिला है मगर मांगने पर ये किसको मिला है? मेरी पहली हिंदी ग़ज़ल (१९८०) यहाँ मौत ही ज़िन्दगी का सिला है मगर मांगने पर ये किसको...
वो बात अभी भी बाकी है जिस बात में तुमने पूछा था वो बात अभी भी बाकी है जिस बात में तुमने पूछा था
कभी दीवाना था ये दिल तेरी बाँकी अदाओं का, मचलता था समंदर मन में कोरी कल्पनाओं का। कभी दीवाना था ये दिल तेरी बाँकी अदाओं का, मचलता था समंदर मन में कोरी कल्पनाओं का...