सब कुछ तो बेच दिया था उसने बस, एक मैं ही बची थी कि चल बसा वो ! सब कुछ तो बेच दिया था उसने बस, एक मैं ही बची थी कि चल बसा वो !
सारे रिश्ते हो गए मतलबी रही न उम्मीद किसी से कभी। सारे रिश्ते हो गए मतलबी रही न उम्मीद किसी से कभी।
बाकी सब कुछ बातें बातें जादूगर तो आते जाते। बाकी सब कुछ बातें बातें जादूगर तो आते जाते।
पर मुझे भी कोई घरवाली मिले तो सही ! पर मुझे भी कोई घरवाली मिले तो सही !
तब समझ आया यारों ये तो है अलग टाइप वाली। तब समझ आया यारों ये तो है अलग टाइप वाली।
कितना भी कमा लो, जेब खाली ही रहतीहै...! कहीं जेब फटी तो नहीं है...? कितना भी कमा लो, जेब खाली ही रहतीहै...! कहीं जेब फटी तो नहीं है...?