STORYMIRROR

Baba Baidyanath Jha

Others

3  

Baba Baidyanath Jha

Others

फटी जेब

फटी जेब

1 min
383


करता है जीवन सदा, मुझसे नित्य फरेब।

लाख कमाता हूँ मगर, फटी हुई है जेब।।


फटी हुई है जेब, रहे जो हरदम खाली।

घरवाले हैरान, दुखी रहती  घरवाली।।


पापी भूखा पेट, नहीं यह कथमपि भरता।

जिसके पीछे लोग, हमेशा भागा करता।।



Rate this content
Log in