रिश्ता
रिश्ता


रिश्ता है..प्यार का विश्वास का..
एक आस का एक खास का...
उस रिश्ते में इज्जत है..
इसलिए तुम जीवन में हो..
एक विश्वास है.. आस है..
इसलिए तुम जीवन में हो..
आस्था हैं...ज़िद है..
इसलिए तुम जीवन में हो..
प्रीत है.. मनमीत है...
इसलिए जीवन में हो..
साथ तू आवाज़ तू..
इस जीवन का संगीत तुम..
इसलिए जीवन में हो..
राज तू साज तू..
मेरे दिल की आवाज तू..
इसलिए तुम जीवन में हो..
भरोसा और विश्वास
हमारा कभी तोड़ना मत..
मिल जायेगी मंज़िल हमें भी..
तुम ये साथ कभी छोड़ना मत!