पछतायेगी मुझसे ब्रेकअप करके
पछतायेगी मुझसे ब्रेकअप करके
हँसना चाहेगी पर हँस नहीं पायेगी,
महफ़िलों में भी ख़ुद को तन्हा पायेगी,
चिखेंगी,चिल्लायेगी वापस सिर्फ
इको साउंड आएगा,
कोशिश करेंगी जीने के लिए,
हर रोज मर-मरके
एक वक़्त जिंदगी में आएगा जरूर,
ज़ब वो पछतायेगी मुझसे ब्रेकअप करके !
मेरे जैसा भला अब कौन
ख़्याल रखेगा उसका,
इतने नखरे कौन उठाएगा,
मेरे बिना भला वो कैसे रह पाएंगी,
अपने ज़ुल्फ़ों के छाँव में
अब पनाह किसे देगी,
फोन पर इतनी लम्बी
बात किससे करेगी,
रुठेंगी किससे, किसपे चिल्लायेगी,
अपने नख़रे कैसे दिखाएगी,
टूट जायेगी बेचारी,
अपनी परछाई देख-देखकर
कोशिश करेंगी जीने के लिए,
हर रोज मर-मरके
एक वक़्त जिंदगी में आएगा जरूर,
ज़ब वो पछतायेगी मुझसे ब्रेकअप करके !

