पैसों की क़ीमत
पैसों की क़ीमत
हम जानते हैं पैसों की क़ीमत !
आजकल पैसों से बाजार में खुलेआम बिक रहे हैं- सबकुछ !
अगर जेब पैसों से गर्म हो तो क्या कुछ नहीं खरीदा जा सकता !
आजकल ईमान, इन्साफ़, रिश्ते -नाते
सब पैसों से बिक रहे हैं !
बस आपको उसकी कीमत मालूम होनी चाहिए!
आजकल सब पैसों से बिकते हैं!
प्यार, नफरत, वफादारी सब चीज !
अगर आपके जेब खाली हो,
गर आपके पास पैसे नहीं हैं !
तो आपके अपने भी अपने नहीं रहेंगे !
औरों कि तो बात ही छोड़िए!
लेकिन इस बिकती दुनिया में आज भी,
कुछ लोग ऐसे हैं जो खुद को बाज़ार से दूर रखे हुए हैं !
क्या आप भी उनलोगों में से हैं ?
या कहीं आप भी-- !
खैर छोड़िए आपलोग समझदार हैं !
इतनी बात तो समझ ही रहे होंगे।
हाँ ! तो मैं क्या कह रहा था कि-
हाँ ! मैं यह कह रहा था कि इस बिकती दुनिया में,
अभी भी कुछ लोग हैं जो खुद को बाज़ारवाद से कोशों दूर रखे हुए हैं !
क्या हम भी उन लोगो में शामिल हैं?
अगर नहीं तो क्यूँ नहीं ?
इस पैसों की क़ीमत से बिकती दुनिया में
थोड़ी-सी उम्मीद, थोड़ा सा विश्वास
थोड़ी सी निष्ठा,थोड़ा सा समर्पण
और थोड़े से ईमान, थोड़ी सी वफादारी को
क्या बाजार से दूर रख सकते हैं हम ?
