पैसा है महान
पैसा है महान
पैसा है महान, जग में पैसा है महान।
बोलो.....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
प्यार -मुहब्बत सब कुछ झुकता, इस पैसे के आगे।
इज्ज़त -शोहरत बाँह पसारे, आगे- पीछे भागे।।
इस प्यारे पैसे के बस में, नाच रहा इंसान।
बोलो....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
पैसा -पैसा करती फिरती, बनी भिखारी दुनिया।
पैसे से रिश्ता सच्चा है, बाकी रिश्ते धनिया।।
बिन पैसे गर राह चलो तो हो जावे चालान।
बोलो....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
धनिक वर्ग इसके प्रभाव को, भली भाँति पहचाने।
करता खूब अपव्यय निश दिन, भूखों को मारे ताने।।
साहूकारों के पूजा से, खुश होता भगवान।
बोलो....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
शिक्षा- दीक्षा, शासन- भाषण, न्याय तंत्र ओ प्यारे।
पैसे की ही करें अर्चना, ये सब संकट टारे।।
इसकी थोड़ी भृकुटी वक्र से, आ जावे तूफ़ान।
बोलो....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
इसकी गाथा बड़ी पुरानी, कहती मेरी नानी।
पैसा ही सर्वेश्वर है, सबसे भरवाता पानी।।
जो करता इसका अवमूल्यन, कहलाता नादान।
बोलो....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।
सबके मन में एक ही इच्छा, पैसा खूब कमाऊं।
औरों को हर रोज खरीदूँ, ख़ुद चाहे बिक जाऊँ।।
बिन पैसे के तनहा जीवन, लगता है सुनसान।
"गुँजन"....पैसा है महान, बोलो पैसा है महान।।