पापा
पापा
वो अरमान मेरा है, वो स्वाभिमान मेरा है ।
नहीं उससे से बड़ा कोई, हमदर्द मेरा है ।
वही तो जन्म दाता है, मेरा भाग्य विधाता है ।
सदा पूजा करूं उसकी, वही भगवान मेरा है ।।
पकड़ उंगली जिसने, हमें चलना सिखाया है।
रातों जाग कर जिसने, हमें बांहों में सुलाया है ।
रह गया खुद वो भूखा, हमें भूखा न सुलाया है।
हमारे कतरे कतरे में ,वो ही तो समाया है ।।
रोया खुद वो छुप छुप कर, हमें कभी न रुलाया है ।
न खाने की उसे सुध थी न सोना उसे सुहाया है ।
हम हो जाए कामयाब, यही उसका सपना है ।
जो हमें सबसे प्यारा है, वही तो पापा अपना है ।।
