तो क्यों ना कमाएं आशीष, खुशियां सम्मान और स्मृतियाँ। तो क्यों ना कमाएं आशीष, खुशियां सम्मान और स्मृतियाँ।
विदाई समारोह विशेष.... विदाई समारोह विशेष....
जीते जी प्यार से निभाते हैं बस प्यार से ही निभाते हैं। जीते जी प्यार से निभाते हैं बस प्यार से ही निभाते हैं।
बस मेरे इस यक़ीन पर तुम यक़ीन कर लो ! बस मेरे इस यक़ीन पर तुम यक़ीन कर लो !
एक नाकामयाब इंसान बन उन "दो शब्द" से घबराती हूँ। एक नाकामयाब इंसान बन उन "दो शब्द" से घबराती हूँ।
जो कामयाब हो गए अगर तुम फिर तो बहुत ही बढ़िया है जो न हुए तो दोबारा कोशिश करना ही सफलता की पुड़िया ... जो कामयाब हो गए अगर तुम फिर तो बहुत ही बढ़िया है जो न हुए तो दोबारा कोशिश करना ...