ओ मेरी जा
ओ मेरी जा
नजर किसी की ना लगे, ओ मेरी जां
काला टिका लगा ओ, ओ मेरी जां !!
हम्म्म्म खूबसूरत ऐ अदा, तेेरी मासुमियत ने
पागल हमें किया
रातों के सितारों ने, ढूंढे सारे बहाने
ढूंढे हसीं वादियां
काले बादल के थंड लागे, ओ जां ने जां
तुमसे कह रहे टीपा गीरने लगे हम, ओ जां ने जां !!
सर सर हे धारा ये पारा चढ़ा प्यार का
नजां रा ये सारा तेरे मेरे इजहार का
हमसे तुुुमसे कुछ कहना है, ओ मेरी जां
ये गोरे गालों पर काला टीका लगा ओ, ओ मेरी जां !!
गीत : धनराज नथू बाविस्कर

