STORYMIRROR

Dhanraj Baviskar

Romance

3  

Dhanraj Baviskar

Romance

ओ मेरी जा

ओ मेरी जा

1 min
184

नजर किसी की ना लगे, ओ मेरी जां

काला टिका लगा ओ, ओ मेरी जां   !!         

हम्म्म्म खूबसूरत ऐ अदा, तेेरी मासुमियत ने

पागल हमें किया

रातों के सितारों ने, ढूंढे सारे बहाने

ढूंढे हसीं वादियां

काले बादल के थंड लागे, ओ जां ने जां

तुमसे कह रहे टीपा गीरने लगे हम, ओ जां ने जां   !!

सर सर हे धारा ये पारा चढ़ा प्यार का

नजां रा ये सारा तेरे मेरे इजहार का

हमसे तुुुमसे कुछ कहना है, ओ मेरी जां

ये गोरे गालों पर काला टीका लगा ओ, ओ मेरी जां   !!


          गीत : धनराज नथू बाविस्कर



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance