"सूरज" हिंदी कविता
"सूरज" हिंदी कविता
हर रात के बाद सूरज एक नई सुबह के साथ
लेकर आता है नई शुरुआत
खिलते हुए फूलों की भीनी-भीनी खुशबू से
हर तरफ छा जाती बहार
ज़िंदगी में सूरज की तरह हुआ आगमन आपका
मिली मुझे नई सौगात
पतझड़ हो सावन हर मौसम में
हमारा साथ सदाबहार
यूं ही करते रहे सदा मंज़िलों को पार
संजोते हुए मीठी यादों को बनाएं यादगार।