ओ चांद है
ओ चांद है


ओ चांद है लाखों में एक, मेरा हमनशी है
जब करीब उसे देखता हूं, ओ महकती दिलकशी है
मेरा दिल बार बार उसी का, सपना बुनता है
आंखों की नज़र रोज़ उसे, ढूंढता रहता है
ओ फूलों की तरहां, नाजुक सा बदनशी है
जब करीब उसे देखता हूं, ओ महकती दिलकशी है
महकती हवा, बहकती फिजा, तू चंचल है
झरनों कि तरह, वादियाँ कि तरह, तू मचल है
ओ सांसों कि डोरी है, नमकीन मदहोशी है
जब करीब उसे देखता हूं, ओ महकती दिलकशी है।