STORYMIRROR

Dhanraj Baviskar

Romance

2  

Dhanraj Baviskar

Romance

दिल का सकून

दिल का सकून

1 min
28

तेरी खुबसूरती से दिल दिवाने हुए

तेरी नशीली अदा से हम घायल हुए


तुम मेरा दिल का सकून

हो हो दिल का सकून


काश कहीं पहले मिले होते

बात अपनी बन जाती

मेरे सीने मे प्यार की अगन

मेरी प्यास भूजा चली जाती


तेरी खुश्बू महकने से दिल परवाने हुए

तेरी नशीली अदा से हम घायल हुए


ये जिंदगी मयखाना है

हर शख्स को पता

लूटली ये जिंदगी मयखाना ने

ये किसको पता


तेरी सूरत देखने से दिल मस्ताने हुए

तेरी नशीली अदा से हम घायल हुए



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance