नववर्ष 2022
नववर्ष 2022
नव भोर संग नववर्ष आया,
खुशियों की सौगात है लाया।
नव उमंग नव तरंगों संग,
हर्ष उल्लास चहुँ ओर महका।
फैली पूर्व में लालिमा,
सुप्रभात खग वृंद है चहका।
सुखदायी रवि किरण संग,
नव कली ने ली अंगड़ाई।
हो पुष्पित वन उपवन,
मंद मंद बयार है गहराई।
आओ मिलकर ऐसा प्रण धरें,
स्वदेश हित में निज काज करें।
छल कपट झूठ पाखंड से दूर रहे,
ना द्वेष ईर्ष्या का आपस में दंभ भरें।
जात-पात का भेद मिटाकर,
सहर्ष सबको गले लगाएं।
अखण्ड राष्ट्र एकता का,
गीत हम सब मिलकर गाएं।
होगा तब नया जोश नया उल्लास,
खुशियों का फैलेगा स्वतः उजास।
करें अभिनंदन नूतन वर्ष तुम्हारा,
हर सुबह खुशियों भरा हो नज़ारा।
