राजा
राजा
राजा उत्तम है वही, रखे प्रजा का ध्यान
विपदाओं में साथ दे, करे मान सम्मान।
करे मान सम्मान ,बजा दुश्मन का बाजा
होता युद्ध प्रवीन, वही है उत्तम राजा।
राजा बन शासन करें, बाँधे मन की डोर
इच्छा वश में राखिये, नवल सुखद है भोर।
नवल सुखद है भोर, खुशी से जीवन साजा
हिय में भरे हुलास, करें वश में मन राजा।
राजा मंत्री खेल में, चोर सिपाही ढेर
ठगी प्रजा अब देखती, राजनीति का फेर।
राजनीति का फेर, सबक अब इन्हें सिखाजा
होगा तभी विकास, सुने जन जन की राजा।
