फौजी
फौजी
नाम हमारा फौजी है वतन पे मरना जाने है,
आज़ादी के परवाने सरहद पे सीना ताने है।
सर पर बाँधे कफ़न देखो निकल पड़े दीवाने है,
सरफ़रोशी की लौ जलाकर, आये मतवाले है।
अगर भारत की भूमि पर कदम रखा गद्दारों ने,
दुश्मन हमारी ठोकरों से खाक में मिलते जायेंगे।
भारत माँ के बंदे है हम, हम से जो टकरायेगा,
अंजाम उसका वो करेंगे जिन्दा जा सकते नहीं।
मातृभूमि की शान में हम ऐसा कुछ कर जायेंगे,
आसमान पर प्यारा तिरंगा उम्र भर लहरायेंगे॥