नव वर्ष अभिनंदन
नव वर्ष अभिनंदन
नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन!
कर बद्ध करूँ मैं तेरा वंदन!!
नव वर्ष तेरा शुभ आगमन,
बार बार मैं करूँ नमन!
दुष्प्रवृत्तियों का हो गमन,
समाज में रहे चैन अमन!!
समृद्ध हो देश का किसान,
हरे भरे हो खेत खलिहान!
मानवता का हो सम्मान,
सबके चेहरे पर हो मुस्कान!!
नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन!
कर बद्ध करूँ मैं तेरा वंदन!!
सरहद पर विजित हो जवान,
सबकी हो उन्नति न कोई हैरान!
अमर रहे देश का संविधान,
भारत का हो जग में यशगान!!
सपनों का हो आसमान,
सबका बढ़े यश वैभव मान!
मानव गरिमा का रहे ध्यान,
एका समता का हो प्रावधान!!
नव वर्ष तुम्हारा अभिनंदन!
कर बद्ध करूँ मैं तेरा वंदन!!
कुरीतियों का मिटे निशान,
सद्कर्म से बने मेरी पहचान!
बस! हम बनें एक नेक इंसान,
कभी न गिरे मेरा स्वाभिमान!!
हम हो हिंदू या मुसलमान,
हम पढ़ें गीता या कुरान!
सभी जाति धर्म हैं महान,
जय जय हो हिंदुस्तान!!