मां शारदे
मां शारदे
शारदे संकल्प मेरा,
तेरे कदमों में डेरा,
कविता का हो बसेरा,
दो माँ ऐसी रोशनी
तेज शंखनाद लगे,
चेतना के सुर जगे,
अँधियारा दुर भगे,
जय हो वीणा वादिनी
कागज प्रकाश करे,
कलम सुभाष भरे,
दवात से द्वेष हरे,
प्रबल प्रभाविनी,
सच को उजाला मिले ,
झूठ को ताला मिले,
मन में शिवाला मिले,
लिखूं ऐसी लेखनी।