जमाना
जमाना
रोने का नहीं हंसने का ज़माना है
अपने आप को किसी और कि गरज बनने मत देना
कठिनाइयों से लड़कर आगे नहीं बढ़ सकता
यह सिर्फ और सिर्फ एक बहाना है
किसी और कि गरज पूरी करने खुद को पीछे मत हटाना
हौसलों से हवा का मुख मोड़ दोगे जब
मैं कुछ कर नहीं सकता सोचने की आदत छोड़ दोगे
ना मुमकिन को मुमकिन कर सकते हो
यह एहसास खुद को दिलाना है
बस तुम्हें अंदर की ताकत को जगाना है
यह रोने का नहीं हंसने का ज़माना है
जिन्दगी बस तुझे यही बात समझनी है ।
