नीला अम्बर
नीला अम्बर
ये नीला अम्बर चाँद सितारें।
अनुपम निशा के मस्त नज़ारे।
शीतल पवन बहे नदियाँ किनारे।
होता यहाँ सब कुछ प्रभु के इशारे।...
मंदाकिनी ध्रुव टिमटिमाते तारें।
ग्रह-उपग्रह सप्तर्षि मंडल निहारें।
घटती-बढ़ती नित्य चंद्रमा कलाएँ।
मिल सारे आसमाँ का सौंदर्य बढ़ाते।
उमड़-घुमड़ कर आते मेघा घुंघराले।...
इन्द्रधनुष के सातों रंग निराले।
अमावस पूनम का होना विचारें।
अनंत असीमित नभ में खग विहारे।
करते कलरव विहग स्वामी के सहारे।
गतिमान यह सब मालिक कृपा तुम्हारे।
