यौवन की तरह प्रस्फुटित कमल दल खिला। यौवन की तरह प्रस्फुटित कमल दल खिला।
हमने भी आपके साये में रहकर कलरव करना सीखा है हमने भी आपके साये में रहकर कलरव करना सीखा है
ये पक्षी ही तो कुदरत की शोभा बढ़ाते हैं। ये पक्षी ही तो कुदरत की शोभा बढ़ाते हैं।
हे जन ! नदी निर्मल बहती कल कल सदा रखे ख्याल तो हम सदा निहाल। हे जन ! नदी निर्मल बहती कल कल सदा रखे ख्याल तो हम सदा निहाल।
दिन भर उनका चहचहाना सुनती। अच्छा लगता था उनका कलरव। दिन भर उनका चहचहाना सुनती। अच्छा लगता था उनका कलरव।
चलो ना साथ चले चलो गंगा में समाहित करने को चले चलो ना कुछ दूर चले। चलो ना साथ चले चलो गंगा में समाहित करने को चले चलो ना कुछ दूर चले।