मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिटका रही छवि ! कल्पना... मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिट...
उस का निवास जैसे दिल का जादुई चिराग़ मन में प्रज्वलित होती है मिलन की शीतल आग उस का निवास जैसे दिल का जादुई चिराग़ मन में प्रज्वलित होती है मिलन की शीतल आग
हाँ यही है वो ख़ास एहसास हाँ यही तो प्यार है। हाँ यही है वो ख़ास एहसास हाँ यही तो प्यार है।
फिर भी नहीं भाग्य विधाता भाग्य में उसका दे पाता है दो-चार दिन से नहीं ज्यादा रख धर फिर भी नहीं भाग्य विधाता भाग्य में उसका दे पाता है दो-चार दिन से नहीं ज्य...
ये पक्षी ही तो कुदरत की शोभा बढ़ाते हैं। ये पक्षी ही तो कुदरत की शोभा बढ़ाते हैं।
तुम्हारी सुंदरता को आत्मसात करना चाहती हूँ मैं। तुम्हारी सुंदरता को आत्मसात करना चाहती हूँ मैं।