कटाक्ष
कटाक्ष
यानी लोग बदल गए पर
हम उसमें शामिल नहीं थे
बात तो हमारी भी थी शामिल
हम चिल्लाते बहुत हम मानते नहीं थे
हमने बात बात पर कह दिया
दुनिया जालिम है
हम दुनिया में थे पर इस बात में नहीं थे
यानी रोते रहने से या याद करने से
आते है वापस लोग गुजरे हुए ?
हम भी करते रहे कोई भी आते नहीं थे।
