तेरी ममता भरी आँखों में भी शोलों की बौछार चाहिए। तेरी ममता भरी आँखों में भी शोलों की बौछार चाहिए।
दूसरे के कटाक्षों को कभी न हम सह सकेंगे ! दूसरे के कटाक्षों को कभी न हम सह सकेंगे !
त्याग, बलिदान उसका भूलकर कटाक्ष भयंकर करता है। त्याग, बलिदान उसका भूलकर कटाक्ष भयंकर करता है।
आज यूँ ही मेरी स्याही ने पूछा कि कुछ लिखते क्यूँ नहीं आजकल। तो बातों बातों में कुछ ऐसी बात हुई......... आज यूँ ही मेरी स्याही ने पूछा कि कुछ लिखते क्यूँ नहीं आजकल। तो बातों बातों में क...
मैंने कहा जनाब अध्यापिका हूं उसकी आप नही समझोगे.... मैंने कहा जनाब अध्यापिका हूं उसकी आप नही समझोगे....
बस तुमसे दूर रहकर उन खूबसूरत लम्हों को याद कर बचे हुए जीवन को बिताना हैI बस तुमसे दूर रहकर उन खूबसूरत लम्हों को याद कर बचे हुए जीवन को बिताना हैI