बिजली भरे वीर रगों गजल भारती बहर मांग लो। बिजली भरे वीर रगों गजल भारती बहर मांग लो।
तेरी ममता भरी आँखों में भी शोलों की बौछार चाहिए। तेरी ममता भरी आँखों में भी शोलों की बौछार चाहिए।
मेरी स्मृति में फैले हुए तुम्हारे एहसास को वही व्यंजन वर्ण के स्पर्श को कुछ न पाने के अनुभव को। मेरी स्मृति में फैले हुए तुम्हारे एहसास को वही व्यंजन वर्ण के स्पर्श को कुछ न...
बात बनाएं, बिगड़ गई. दूध में दरार पड़ गई. बात बनाएं, बिगड़ गई. दूध में दरार पड़ गई.
हथवा कटार माई चमचम चमकेला गरवा बीच हार माई महमह महकेला हथवा कटार माई चमचम चमकेला गरवा बीच हार माई महमह महकेला
रास बिहारी नाही है तुलना तुम्हारी तुम सा ना देखा कोई रास बिहारी नाही है तुलना तुम्हारी तुम सा ना देखा कोई