संकीर्णता के दायरे में सिमटकर अपनी विचार को कैदी न बना पाएंगे संकीर्णता के दायरे में सिमटकर अपनी विचार को कैदी न बना पाएंगे
जबकि उतना ही कठिन है, किसी की अच्छाई को समझ पाना। जबकि उतना ही कठिन है, किसी की अच्छाई को समझ पाना।
दूसरे के कटाक्षों को कभी न हम सह सकेंगे ! दूसरे के कटाक्षों को कभी न हम सह सकेंगे !
आपका अपना दृष्टिकोण आपके जीवन को परिभाषित करता है। आपका अपना दृष्टिकोण आपके जीवन को परिभाषित करता है।
टूटा दिल क्यूँ (?) नहीं मिल-जुल जोड़ जीते हो। टूटा दिल क्यूँ (?) नहीं मिल-जुल जोड़ जीते हो।
मर्मभेदी बाणों से यदि लोगों को आहत करेंगे तो मित्रों में आपकी पहचान अलग हो जायेगी ! विचारों को ... मर्मभेदी बाणों से यदि लोगों को आहत करेंगे तो मित्रों में आपकी पहचान अलग हो ज...