लगता है जैसे कल ही है छोड़ी पर नौकरी छोड़े पूरे दो साल गए बीत। लगता है जैसे कल ही है छोड़ी पर नौकरी छोड़े पूरे दो साल गए बीत।
मैंने कहा जनाब अध्यापिका हूं उसकी आप नही समझोगे.... मैंने कहा जनाब अध्यापिका हूं उसकी आप नही समझोगे....
तुम्हारी शरारतों में ही छिपा है ऐसा राज़। पहनाकर रहूंगी तुम्हें होशियारी का ताज़।। तुम मानो या न म... तुम्हारी शरारतों में ही छिपा है ऐसा राज़। पहनाकर रहूंगी तुम्हें होशियारी का ताज...
निराशा - हताशा ने किया विमुख हमें आशा से। निराशा - हताशा ने किया विमुख हमें आशा से।