क्या फ़र्क़ पड़ता है कि क्या देखा है मैंने सपना क्या फ़र्क़ पड़ता है कि क्या देखा है मैंने सपना
कठिनाईयां बहुत है सामने आगे बढ़ने की ताकत दे कठिनाईयां बहुत है सामने आगे बढ़ने की ताकत दे
होड़ा होड़ी का हर लम्हा, यश परचम फहराता है। होड़ा होड़ी का हर लम्हा, यश परचम फहराता है।
प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए। प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए।
मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप! मेरे दिल ओ दिमाग पे एक नशा है आपका दूर हो या पास हर वक़्त सुकून ए तलब हो आप!
न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही। न कवियों में कवि फिर भी सुन रहे समय बिताने को ही सही।