प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए। प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए।
एक कहानी की तरह सफल हो जीवन एक कहानी की तरह सफल हो जीवन
वो जानता है ऐबों को मेरे फिर वो नज़रंदाज़ करता है। वो जानता है ऐबों को मेरे फिर वो नज़रंदाज़ करता है।
सीख ऐसी चीज़ है, जो इन्सान को अपने मंज़िल तक पहुँचाती है! सीख ऐसी चीज़ है, जो इन्सान को अपने मंज़िल तक पहुँचाती है!
खाली टोकरी उठाकर घर की ओर चल पड़ीआज उम्मीद ना होते हुए भी उसका माल सही दामों में बिक चुक खाली टोकरी उठाकर घर की ओर चल पड़ीआज उम्मीद ना होते हुए भी उसका माल सही दामों में ...
उनके होने का एहसास कुछ ऐसा रहा कि सुबह की किरणों में नज़र आए। उनके होने का एहसास कुछ ऐसा रहा कि सुबह की किरणों में नज़र आए।