कहानियां,कविताएं बाल कहानियां,कविताएं हायकू कविताएं सायली छंद आदि
Share with friendsप्लीज तुम अपना निर्णय बदल लो, रश्मि की गहरी आंखों में भी एक निर्णय था
Submitted on 09 Feb, 2021 at 11:51 AM
सरपंच से फिर पैसे उधार लेकर अपना इलाज कराया लेकिन फिर भी जख्म भरने का नाम नहीं ले रहा थ
Submitted on 22 Jan, 2021 at 15:11 PM
उसके चेहरे पर एक सुकून भरी मुस्कुराहट साफ झलक रही थी।
Submitted on 03 Oct, 2020 at 15:05 PM
उम्मीद की किरण से उसकी आँखे चमक उठी। कल्लू मालकिन को देख मुस्कुरा उठा। ।
Submitted on 01 Oct, 2020 at 16:19 PM
जीते जी इंसानों की कद्र नही इस घर मे मरने पर तो सही समय पर मुक्ति दो,नही रहना मुझे इस घर में चीखते हुए बोल पड़ा!
Submitted on 23 Sep, 2020 at 18:01 PM
मुनिया के चेहरे पर एक अजीब सी खुशी झलक रही थी
Submitted on 28 Jul, 2020 at 08:03 AM
गीत सुन मुस्कुराती बालकनी से आती सुबह की हवा का आनंद लेने लगी। आखिर उसे जीना आ गया था।
Submitted on 17 Mar, 2020 at 15:30 PM