प्यार का जादू
प्यार का जादू
प्यार स्वयं इक जादू है,
जो जग को नाच नचाता है,
जब जन्म हुआ जब आँख खुली,
बस प्यार ही सबको भाता है,
इस जादू के हैं रंग कई,
हर रंग नया हर बात नई,
कहीं माँ बच्चे,कहीं भाई बहन,
कहीं ये हमसफर कहलाता है,
और इस संसार की माया में,
कभी ये फ़रेब बन जाता है।
पर जो भी हो इस सृष्टि को
ये जादू ही आगे बढ़ाता है।
