आजादी के किस्से भाग (1)
आजादी के किस्से भाग (1)
आजादी के किस्से नहीं होते,ये तो उनकी जीवन गाथा।
शहीदों के बलिदान से ही,स्वतन्त्र आज है भारत माता।
भगत सिंह,सुखदेव,राजगुरू भूला सकेगा हिन्दुस्तान??
चंद्रशेखर आजाद भी हंस-हंस देशहित हुए कुर्बान।
हम किसी से कम नहीं मनु ने दुर्गा बन देश संभाला था,
रणचण्डी का धार रूप तब आंग्लशत्रु को ललकारा था।
आजादी के दीवाने , आजादी की शाम नहीं होने देंगे,
आजादी के परवाने जलती शमा को यूं ही बुझने न देंगे।
स्वरचित डा० विजय लक्ष्मी
अहमदाबाद
