वो चिड़िया माँ है
वो चिड़िया माँ है
दबा चोंच में दाना लाती
नन्हें चूजों की भूख मिटाती
पंखों सा आँचल फैहलाती
वो चिड़िया माँ है।
हर दम चौकनी होकर
संतरी किरदार निभाती
दे सुरक्षा नन्हें चूजों को
एक नया संसार बसाती
वो चिड़िया माँ है।
स्नेह पंखों के आँच्चल से लूटाती
नन्हें चूजों को मिल बाँट कर
खाना सिखलाती
वो चिड़िया माँ है।
पर आ गए चूजों के
नन्ही सी शिक्षिका बन
नन्हें चूजों को उड़ना सिखलाती
वो चिड़िया माँ है।
धान की डाली से तिनका
लेना सिखलाती
मीठे आमों का रस
चखना सिखलाती
वो चिड़िया माँ है।
फिर उन्मुक्त गगन से
परिचित करवाती
संसार अनन्त है
उड़ते चलना है
उड़ते चलना है
पक्षी जीवन की सिख बतलाती ।
वो चिड़िया माँ है ।
वो चिड़िया माँ है।
