घोंसला
घोंसला
हर बसंत पर
मुझे एक नया घोंसला बनाना है
तिनका-तिनका जोड़ उसे सजाना है।
नई मस्ती में रंग, नई उमंग भर
मस्त पवन संग उड़ना है।
नए मेहमानों को बुला
मालिक घोंसले का बनाना है
हर बसंत पर मुझे
एक नया घोंसला बनाना है।
संसार भ्रमण पर जाना है
आखिर एक न एक दिन
उस चैतन्य शक्ति में समाना है।
चैतन्य शक्ति में समाना है।
शक्ति अर्जित कर
दिव्य गुणों को सीख
एक नया घोंसला बनाना है।
हर बसंत आते ही
नए घोंसले की तलाश में निकल जाना है ।
नए घोंसले की तलाश में निकल जाना है।
