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संजय असवाल

Abstract

4.7  

संजय असवाल

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नूतन नव वर्ष

नूतन नव वर्ष

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नूतन नव वर्ष शुभ मंगल

खुशियों का संचार हो

रहे स्वस्थ सुखी सभी

आशा हर्ष अपार हो।

कामना करें हम मिल जुल कर

हो विद्या, बुद्धि सुख वृद्धि 

रहें प्रसन्न आनंदमय सभी

चारों ओर हर्षोल्लास हो।।


देश में रहे सुख शांति

विकास की बयार हो

वैमनस्य दुराग्रह कपट हिंसा का

अब ना कोई आधार हो।

आपसी प्रेम सौहार्द की 

खुशबू फैले चारों ओर

मिल जुल कर रहें सभी

समरसता का प्रसार हो।।


विश्व पटल पर छाए परचम

देश की जय जय कार हो

खुशहाली महके चहूँ दिशा

समृद्धि से भरे भंडार हो।

भूखा ना सोए अब कोई

ना किसी पर अत्याचार हो

सबको मिले अवसर बढ़ने का

वर्णित सुंदर ये संसार हो।।

नूतन नव वर्ष शुभ मंगल

खुशियों की सौगात हो 

प्रगति पथ पर बढ़े सभी

एक नई सुबह का आगाज हो।



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