नज़दीकियां
नज़दीकियां
एक बात कहनी थी तुमसे
इस कदर नज़दीकियां ना बढ़ाओ हमसे
हमारी हर बात को इतना गौर से क्यों सुनते हो
कहीं प्यार हो गया तो दूर ना रह पाएंगे तुमसे
माना सच्चा है रिश्ता हम दोनों के बीच जो है
यह रिश्ता टूट ना जाए तभी दूरी बनाना चाहते हैं तुमसे
कभी तुम याद कर लेना कभी हम याद आ जाएंगे
वक़्त गुजरेगा वक़्त के साथ ही हम भी संभल पाएंगे
देखो कह देते हैं हमारा सच्चा इश्क तुम ही हो
कुछ भी कह दो झूठ तो हम ना कह पाएंगे।

