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bhavi tiwari

Romance

4.0  

bhavi tiwari

Romance

प्यार और इकरार

प्यार और इकरार

1 min
246


मेरे प्यार और इकरार का एक दिन गुजरा 

प्यार मोहब्बत और तकरार का फिर एक दिन गुजरा 

कितना आसान हो जाता है सब जब तू साथ होता है 

सर्द रातों में तेरे प्यार के एहसास का एक दिन गुजरा

खिल गई थी वह शाम जब तूने नजरे करम किया था

मेरे दिलदार तेरे दीदार का फिर एक दिन गुजरा

वह जो रेत के घरौंदे बनाए थे हमने हंसी हंसी में

उन्हें सपनों का महल बनाने का एक साल गुजरा

मेरी गलतियों को कुछ तो भूला और

 तेरी गलतियों को कुछ मैं भूली ,

अपने प्यार के परवान चढ़ जाने का

फिर एक साल गुजरा ।



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