प्यार और इकरार
प्यार और इकरार
मेरे प्यार और इकरार का एक दिन गुजरा
प्यार मोहब्बत और तकरार का फिर एक दिन गुजरा
कितना आसान हो जाता है सब जब तू साथ होता है
सर्द रातों में तेरे प्यार के एहसास का एक दिन गुजरा
खिल गई थी वह शाम जब तूने नजरे करम किया था
मेरे दिलदार तेरे दीदार का फिर एक दिन गुजरा
वह जो रेत के घरौंदे बनाए थे हमने हंसी हंसी में
उन्हें सपनों का महल बनाने का एक साल गुजरा
मेरी गलतियों को कुछ तो भूला और
तेरी गलतियों को कुछ मैं भूली ,
अपने प्यार के परवान चढ़ जाने का
फिर एक साल गुजरा ।