नाज़
नाज़
इन दूरियों में भी तेरा ख्याल आ जाता है,
हवाओं में बह कर एक सवाल आ जाता है,
क्यों नाज़ है तुझे उसकी मोहब्बत पर इतना,
देखा, बात कोई भी करता हूँ, तेरा नाम आ जाता है।"
इन दूरियों में भी तेरा ख्याल आ जाता है,
हवाओं में बह कर एक सवाल आ जाता है,
क्यों नाज़ है तुझे उसकी मोहब्बत पर इतना,
देखा, बात कोई भी करता हूँ, तेरा नाम आ जाता है।"