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Sameer Faridi

Romance

3.5  

Sameer Faridi

Romance

नाज़

नाज़

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इन दूरियों में भी तेरा ख्याल आ जाता है,

हवाओं में बह कर एक सवाल आ जाता है,

क्यों नाज़ है तुझे उसकी मोहब्बत पर इतना,

देखा, बात कोई भी करता हूँ, तेरा नाम आ जाता है।"


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