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Roshan Baluni

Inspirational

3  

Roshan Baluni

Inspirational

"नारी"

"नारी"

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   नारी जीवन

है अद्भुत-अदम्य

  तुम्हें नमन।।1।।


  तुम श्रद्धा हो

 तुम ममता-निधि

  तुम भक्ति हो।।2।।


  नेत्र सजल

है करुणा-धार से

  भीगा आँचल।।3।।


  वे प्रकृति हैं

वे सृष्टि को रचतीं

  वे पूजित हैं।।4।।


  है बेटी जनी

पंखुडी सी कोमल

 जग-जननी।।5।।


  तू हर गीत

तेरी सुर-सरिता

 तू ही संगीत।।6।।


  है औ'रत'तू

वीरांगना झाँसी तू

 रण-चण्डी तू।।7।।


   तुझमें रब

तू है आदि अनंत

  तुझमें सब।।8।।


  नारी धैर्य है

सागर सा अथाह

 नारी स्थैर्य है।।9।।



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