नारी तुझे सम्मान …
नारी तुझे सम्मान …
नमन है नारी तुझे
अपने वजूद को मिटाकर
जाने कितने रिश्ते निभाती है …
कभी ना अपने लिए चाह कर
हर मन्नत औरों के लिए मनाती है
शक्ति का दूसरा नाम है तू
जीवन भर बस काम ही काम
माँ, बहन और बेटी बनकर
परिवार की शान बढ़ाती है
घर की शोभा है तू माँ …
बिना माँ के घर बने वीरान
बिना बेटी के ना हो
वंश का कल्याण ….
करते है सब वंदन तेरा
जगत जननी तुझे सम्मान।