रूप धारण कर नहरों का करती कृषिक्षेत्र को सिंचित रूप धारण कर नहरों का करती कृषिक्षेत्र को सिंचित
उपमा कहाँ तेरी कोई होगी एक तू जननी है अनमोल, उदर से जन्मे असंख्य तेरे बाल जल, तेल, उपमा कहाँ तेरी कोई होगी एक तू जननी है अनमोल, उदर से जन्मे असंख्य तेरे बाल ...
इस जगत में सबसे होनहार होती है सभी की माँ। इस जगत में सबसे होनहार होती है सभी की माँ।
खुशबू का मालिक मैं, हूँ सबका प्यारा; धूल के टुकड़े तुझ पर, कोई न तेरा सहारा... खुशबू का मालिक मैं, हूँ सबका प्यारा; धूल के टुकड़े तुझ पर, कोई न तेरा सहारा...
शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी,माँ चंद्रघंटा, कूष्मांडा माँ स्कंदमाता, कात्ययनी हो तुम काल काटे ... शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी,माँ चंद्रघंटा, कूष्मांडा माँ स्कंदमाता, कात्ययनी...
मैं रोती हूँ तो ..रोती है वो आँखें ! मैं हँसती हूँ तो ..हँसती है वो आँखें वो आँखें … मैं रोती हूँ तो ..रोती है वो आँखें ! मैं हँसती हूँ तो ..हँसती है वो आँखें वो आँख...