माँ तुझे सलाम …
माँ तुझे सलाम …
माँ तुझे सलाम …
कुछ अनकही बातें
कुछ अनमोल लम्हे
जो दिलो में रहते हैं
बस वो ही तो यादें बन जाती है
दिल ने इसे छुपा रखा
होंठों पे आने ना दिया
हाँ यही किस्से यादें दोहराती है
ज़िन्दगी चलती चली जाती है
ये परछाई की तरह पीछे चली आती है
आज फिर वही लम्हे का सच
जिसे छुपा रखा था
किसी और की कहानी बन के आ गया
फिर बीते हुए लम्हों की जुबानी बन के आ गया
फिर वो ही दर्द एक माँ का
अपने बच्चे से दूर होने का दर्द
उभरा
फिर वो ही रातें अपने सच के साथ जगाने आ गई
फिर वही आंसू एक और तकिया भिगाने आ गए
कितना दर्द है एक माँ और बेटे के रिश्ते का …
जब गया था दूर कहीं
छुपाया था इस दर्द को दिल के कोने में
संभाल लिया था इस दिल को ये कह कर
बेटा बड़ा हुआ अब अपने पैरो पे खड़ा होने चल दिया
छोड़ देगा मेरा पल्लू
दुनिया को कुछ कर दिखाएगा
जन्म देती जब माँ
भगवान कहलाती है
हर्षित हो जाती है तब
जान पाती नहीं
सच में भगवान ही है वो
जन्म दे के उसे
अपने से दूर भेज देती है
नन्ही नन्ही यादें संजोती रह जाती है
फिर कहाँ वो माँ का रहता है
ये सबक सिखाया उसी रब ने यशवी
हमें बना के जिस ने भेजा यहाँ
वो ऊपर अकेला रहता है
फिर हमे ये समझाता है
मोह ना करना मेरी तरह
मैंने भी जग छोड़ा है
तुम भी जननी हो
छोड़ आने को एक निशानी
भेजा था जहाँ में तुम्हें
तुम माँ हो सब जग से ऊपर हो
तुम सब से ऊपर हो
प्रणाम हर माँ को
जिस ने त्याग किया
दे के जन्म संतान को यूँ इस दुनिया को आबाद किया
कुछ पुण्य किये है हर माँ ने
जो रब ने भी अपने से ऊपर बिठा के सम्मान किया
माँ तू जननी है तू पूज्जनीय है
