नए साल में पुराना साल
नए साल में पुराना साल
नए साल में पुराने साल
को भी जिया करो ,
दूसरों के दोष गिनने से पहले
अपने दोष के पन्ने भी लिया करो ।
और माँ बाप किसी की जागीर नही ,
उन पर हक मत सिया करो ।
प्यार के दो बोल बोलों
कुछ पल साथ बैठो
अपनी जिम्मेदारी को पिया करो ।
ये वक्त कब एक जैसा रहा है तनहा ,
इसको कभी बदलने की
कोशिश भी किया करों ,
दूसरो के कर्म गिनने से पहले
तुमने क्या खोया क्या पाया
उसको भी जिया करों ।
इस दुनिया ने तुम्हे क्या दिया
उसका भी हिसाब किया करों ।
दोष देना आसान दोष लेकर
कुछ अच्छा किया करो ।