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Priyadarsini Das.

Tragedy

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Priyadarsini Das.

Tragedy

नारी मूर्ति नहीं है

नारी मूर्ति नहीं है

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नारी मूर्ति नहीं है ,

उसमे भी जान है


जमाने को जान देनेवाली नारी ही है ....।


नारी के बिना समाज अधूरा है ,

सृष्टि नामुमकिन है .....।


फिर भी कुछ लोग

बोलते है नारी एक मूर्ति है ,

उसे तकलीफ़ नहीं होती है ...।


पर कौन समझेगा नारी के दर्द ..?


कौन बताएगा 

नारी में भी जीवन है ,

जीने की चाहत है ,

सपने बुनने के हिम्मत है ...।


कौन बोलेगा की 

नारी एक मूर्ति नहीं है ....।


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