नारी का सम्मान
नारी का सम्मान
नारी का सम्मान नहीं है
क्या ये देश का अपमान नहीं है,
यहाँ हर तरफ़ बलात्कारी है
हर किसी मे ये बीमारी है
कहते हो महिला सुरक्षा
ज़रा देख तो लो क्या है अच्छा?
लड़कियाँ जलाई जाती हैं
घटना फिर दोहराई जाती है,
ख़ामोश हो जाते है फिर सब
सारे नींद में सो जाते हैं
वही घटना फिर एक बार हो जाता है
तभी हमें ये सारी बातें याद तो आती है।
आख़िर कबतक कैंडल तुम जलाओगे
सिर्फ़ वादा ही करोगे या न्याय भी दिलाओगे,
ख़ैर छोड़ो तुम्हें तो इसमें भी धर्म देखनी
तुम इतने गिर चुके हो कि तुम्हें बस अंग देखनी,
अरे जल्लादों कभी तो तुम शर्म करो
थोड़ा अक्ल आ जाये तो धर्म धर्म करना बंद करो
हम सारे ऐसे हो गए हैं हमें तो बस ये देखनी है
बस न्याय के नाम पर कैंडल लेकर चलनी है
फिर सारा देश ख़ामोश होगा
फिर वही दरिंदे आएंगे
एक बार फिर से रेप होगा
हम फिर रोड पर उतर जाएंगे,
यहाँ कानून का तो नाम नहीं है
यहाँ किसी को अब आराम नहीं है,
तुम लाख कह लो हमारा देश हमारा देश
जहाँ लड़कियों का सम्मान नहीं है
वो देश किसी के काम नहीं है ।
नारी का सम्मान नहीं है
क्या ये देश का अपमान नहीं है ।
हम देशभक्ति से देशद्रोही भी कहे जाएंगे
क्योंकि सच जो बोलेंगे वो इसी श्रेणी में आएंगे
अब वक़्त हो चला है उन दरिदों को दफनाने का
इंसानियत का चोला हम सब को अपनाने की
राजनीति का अभी ये सही वक़्त नहीं है
ये देश की बिटिया है कोई धर्म नहीं है ।
जहा नारी का सम्मान नहीं है
क्या ये देश का अपमान नहीं है ?
