बारिश
बारिश
शहर में जो बारिश हुई है
लगता है तुम भी यही हो
मैं ढूंढा तुम्हें हर जगह में
तुम तो कहीं न कहीं हो ।
तेरी यादें अब तो घटा बन
मेरे बाजु में खड़ी है ।
तुम्हें ही ना देखूं जो हर पल ..
इन बूंदों को देखा करूँ मैं ,
शहर में जो बारिश हुई है ,
लगता है तुम भी यहीं हो ।
ये बूंदे तुम्हें भी न जाने ,
लगता है तुम भी नई हो ।
ये शामें उदास हो ना जायें ,
तेरी यादें जब - जब ना आये ।
खुले आसमा में मैं देखूँ .
तुझें ही घटा मे मैं ढूंढू ..
तुम बारिश बन कर जो आना
मेरे होंठो पर ही ठहर जाना ।
शहर में जो बारिश हुई है
लगता है तुम भी यही हो ।

