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Neerja Sharma

Fantasy Inspirational

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Neerja Sharma

Fantasy Inspirational

मूरत नहीं इंसान

मूरत नहीं इंसान

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अबला नहीं सबला हूँ 

मूरत नहीं इंसान हूँ 

हाड़ -मांस में साँस है 

हाँ ! मैं इंसान हूँ।


संजी सँवरी गुड़िया नहीं 

भोग-विलास की वस्तु नहीं 

अरमानों की पुड़िया नहीं 

हाँ ! मैं गुड़िया नहीं ।


पढ़ी लिखी नारी हूँ 

घर में सबकी प्यारी हूँ

खिलती सी क्यारी हूँ

हाँ ! मैं सबला नारी हूँ।


घर से बाहर जाती हूँ

पति की तरह कमाती हूँ

घर की शान बढ़ाती हूँ 

हाँ ! मैं पढ़ती लिखती हूँ।


यह गलती अब न करना

मुझे कभी मूरत न समझना

अब तो तुमको है जागना 

हाँ ! आत्मा को पहचानना।



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