मुस्कराओ ना !
मुस्कराओ ना !
तेरे बेनूर से चेहरे की रौनक बढा दूं
आ पास मेरे तुझे फिर चांद बना दूं l
बिखरी है तू तिनको सी भला क्यूँ ऐसे
तेरी जुल्फ़ो में चाहत का फ़ूल सजा दू l
रख दे सिर कांधे पर मेरे कुछ ऐसे
खामोश पडी धड़कन का साज़ बढा दू l
कदम बढा ज़रा ओर मेरी कुछ ऐसे
तेरी खामोशी भरी जिन्दगी की रफ़्तार बढा दू l
गुनगुना गीत कोई मतवाला सा अब तू
तेरे सूने से इन नैनो की चमक बढा दू l