मुझे सब याद है (Prompt-6)
मुझे सब याद है (Prompt-6)
तेरा ठुमक-ठुमक कर चलना
चलते-चलते पलटकर पीछे देखना
फिर मुस्कुराकर पलकें गिराना
मुझे सब याद है
आषाढ़ की वह गीली शाम
बारिश का तेरे गालों से फिसलना
फिर मुस्कुराकर आँचल लहराना तेरा
मुझे सब याद है
वो मचलती चांदनी रात
आसमान में टिमटिमाते तारे
चाँद में अपनी तस्वीर देख तेरा संवरना
मुझे सब याद है
दरिया का वह किनारा
कंकड़ उठाकर उसमें फेंकना
फिर उठी तरंगो की उमगों पर इतराना तेरा
मुझे सब याद है
वो ढलती मखमली सांझ
सनन-सनन बहती मतवाली पौन
फिर मेरा तेरे रेशमी कपोलों को चूमना
कुछ भी तो भूला नहीं
मुझे सब याद है !

